ईडी ने हेमंत सोरेन को गिरफ्तार कर लिया है। मंगलवार दोपहर 1 बजे से ईडी लगातार उनसे पूछताछ कर रही थी उन्होंने अपने सीएम पद से इस्तीफा दे दिया अब अगले मुख्यमंत्री चंपई सोरेन होंगे।
ईडी ने घंटों लंबी पूछताछ के बाद झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को अपनी कस्टडी में ले लिया है। हेमंत सोरेन ईडी की टीम के साथ बुधवार को देर शाम राजभवन पहुंचे और अपना इस्तीफा राजपाल को सौप दिया। इस बीच सत्तापक्ष के विधायकों ने चंपई सोरेन को विधायक दल का नेता चुन लिया है। अब चंपई सोरेन झारखंड के नए सीएम होंगे। चंपई सोरेन झामुमो की अगुवाई वाली सरकार में कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं,सूत्रों के अनुसार राज्यपाल ने हेमंत सोरेन का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है। JMM सांसद महुआ माजी ने ताजा घटनाक्रम की जानकारी देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ईडी की हिरासत में है। चंपई सोरेन नए मुख्यमंत्री होंगे। उन्हें विधायक दल का नेता चुना गया है। हमारे पास पर्याप्त संख्या है,मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मंगलवार दोपहर और फिर देर शाम गठबंधन दलों के विधायकों के साथ बैठक की।
कानून में किसी के लिए नहीं हैं कोई छूट
संविधान के अनुच्छेद 361 में राष्ट्रपति और राज्यपाल को गिरफ्तारी की छूट देती हैं,ये छूट सिविल और क्रिमिनल, दोनों ही मामलों में राष्ट्रपति और राज्यपाल को छूट देती हैं।यानी राष्ट्रपति और राज्यपाल को पद पर रहते हुए न तो गिरफ्तार किया जा सकता है, न ही हिरासत में लिया जा सकता है. कोई अदालत में भी उनके खिलाफ कोई आदेश जारी नहीं कर सकती. लेकिन पद से हटने के बाद उन्हें गिरफ्तार या हिरासत में लिया जा सकता हैं,और सजा भीं दी जा सकती हैं यानी पद पर से हटने के बाद कोई भी राष्ट्रपति और राजपाल आम नागरिक की तरह रहता हैं कानून की नजरों में।कानून में प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री, केंद्रीय मंत्री, लोकसभा और राज्यसभा के सदस्य, विधानसभा और विधान परिषद के सदस्यों को सिविल मामलों में गिरफ्तारी और हिरासत से छूट मिलती है. क्रिमिनल मामलों में। लेकिन अगर मुख्यमंत्री या विधानसभा के किसी सदस्य को गिरफ्तार या हिरासत में लेना है, तो सदन के अध्यक्ष से मंजूरी लेना जरूरी है. इसके अलावा सत्र से 40 दिन पहले, उस दौरान और उसके 40 दिन बाद तक ना तो किसी सदस्य को गिरफ्तार किया जा सकता है और ना ही हिरासत में लिया जा सकता है
झारखंड के अगले मुख्यमंत्री चंपई सोरेन कौन हैं?
जिलिंगगोड़ा गांव निवासी आदिवासी सिमल सोरेन के चार बच्चों में से एक चंपई सोरेन हैं जो सिमल सोरेन के बड़े बेटे हैं। चंपई भी अपने पिता के साथ खेती किसानी में उनका हाथ बंटाते थे।चंपई सोरेन पढ़ने में भीं शुरु से तेज़ रहे हैं चंपई ने सरकारी स्कूल से 10वीं तक की पढ़ाई की है।और बाद में इनका स्कूल छूट गया।चंपई का विवाह कम उम्र में ही मानको से कर दिया गया था, उनके तीन बेटियां और चार बेटे हैं। बिहार से अलग झारखंड राज्य की मांग को लेकर हुए आंदोलन में चंपई ने शिबू सोरेन के साथ हिस्सा लिया था और वे ‘झारखंड टाइगर’ के नाम से मशहूर हो गए। इसके बाद चंपई सोरेन ने सरायकेला सीट से उपचुनाव में निर्दलीय विधायक बनकर अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत की और इसके बाद वह झारखंड मुक्ति मोर्चा में शामिल हो गए। इसके बाद उन्होनें पीछे मुड़ कर कभी नहीं देखा।
झारखंड के नए मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने क्या कहा?
झारखंड के नए सीएम चंपई सोरेन ने कहा कि उनकी सरकार अगले 25 साल तक चलेंगी। बीजेपी चाहे जितना ज़ोर लगा ले हम डरने वाले नहीं हैं जनता आने वाले चुनाव में इन्हें जवाब जरूर देयेगी।